Wednesday, March 26, 2008

badla mera hissab

बदला मेरा हिस्साब


खत्म हो गई आखरी परीक्षा

आने वाली थी सातवी कक्षा

नतीजा पता करने का दिन

आया अद्धापक ने माँ को बुलाया

जेस्से ही माँ स्चूल मी आई

अद्यापक ने एक अची ख़बर

बताई वो बोली आपका बेटा हुआ हैं

पास सुनिए एक और ख़बर जो हैं बहुत खास
इस बालक ने पर कर लिया हैं छाती कक्षा

का माध्यम और अच्छे अंक से यह आया हैं

हर क्षेत्र में प्रथम जैसे हीन अद्यापक ने यह

बतलाया वासें हीन खुशी के मारे में चिलाया

घर आते हैं मैंने फ़ोन उठाया बुआ, नानी,

मासी का नम्बर लगाया
शाम हिएँ , सब तोहफे ले कर घर

पर आयें पर है रे ,

सब तोफ्हे मेने एक से हैं पाएं
में सोच रहा था , मिलेंगे खिल्लोँ

सब में थी बस किताब ही किताब

और पढ़ पढ़ के बदला मेरा हिस्साब

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